तुम्हारी जुल्फें हैं या घना साया है जब भी मैं देखता हूं ऐसा लगता है जैसे एक शायर मन में आया है जी करता है इन पर भी कोई शायरी लिखूं पर ये तो खुद शायरी की काया है Adv Sushil #julfe