बस यू ही दिन कट जाते है उनकी यादो मे.. जैसे `हिरे राझां` जान देते थे वादो मे.. पता नही क्यो अब दिखता नही प्यार आज तो.. प्यार करने वालो को भी कहते है जिहादो मे..... हिर राझां