खुशियाँँ लाख मिली होंगी ,जीवन के झरोखों में। उत्साह की उप्लब्धियों में,दिल की शैतानियों में, किसी के गुर्राने में,किसी के झुंझलाने में, लेकीन इन लाख खुशियों में, सर्व्व्यापक वही होगी, जो मिली अपनो के मुस्कानों के तालें खुल जाने में -kanishka #real happiness