कोई लबाब ही दे दे। पूरा जो नहीं,पूरा करने दे।। कोई ख़्वाब मुझे ना दे अधूरा हूं, अधूरा ही रहने दे देना है तो और ज़ख्म दे ज़ख्मी हूं, ज़ख्मो में रहने दे #आर्यवर्त #अल्फाज़ो_की_आवाज़ #कवारकीशायरी #YourQuoteAndMine