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#yqbaba Yq गुड़िया 👩 ✍ घर परिवार में अपने आम जीव

#yqbaba Yq गुड़िया 👩 ✍

घर परिवार में अपने आम जीवन में हमारी जिंदगी में जो हर रोज घटनाएं घटती हैं हमारे चारों तरफ जो व्यवहार जो आचरण हम देखते हैं वह वही व्यवहार चलता रहता है जो हमारे साथ लंबे समय से चल रहा है लेकिन कई बार कोई व्यक्ति हो सकता है कोई वस्तु हो सकती है कोई बात हो सकती हैं जिसको लेकर घर का हमारे आस-पास के वातावरण का माहौल बिगड़ जाता है, इसका कारण हम और हमारे पास रहने वाले लोग नहीं है हमारे अपने नहीं होते लेकिन जब वातावरण बिल्कुल विपरीत हो जाता है तो उसका परिणाम हमें और हमारे लोगों को ही भुगतना पड़ता है।
    यह जो शायरी लिखी है वह उसी संदर्भ में है हम सभी यह बात जानते हैं कि भगवान श्री राम अपने मां-बाप के अपने राज्य के अपने कुल के अपने भाइयों में अपने चाहने वालों में अपने गुरुओं के सबसे प्रिय थे किंतु एक मंथरा के चलते मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को वनवास जाना पड़ा कारण कुछ नहीं था कारण केवल यह था कि मंत्रा की नियति है, कि वह इधर की बात उधर और उधर की बात उधर करें यह उसके व्यवहार में हैं जो उसके अंदर समाहित हैं यहां आपको देखना है कि आपके पास मंत्रा जैसे व्यवहार वाले व्यक्ति मंडराई ना रहे ना क्योंकि ऐसे लोग जब भी आप के संपर्क में आएंगे वह आपका साथ देंगे वह आपके साथ रहेंगे आप के अपनों को पहचानेंगे आपके अपनों को समर्थन देंगे लेकिन जब भी वक्त आएगा जब उनको मौका मिलेगा तो वह अपने उसी व्यवहार के चलते अपने उसी विचार के चलते किसी भी संयंत्र में आपको पास देंगे जिसका परिणाम आपके और आपके प्रियो के लिए बहुत ही भयानक होगा,  निष्कर्ष में केवल एक ही बात करना चाहता हूं अपने आसपास अपने साथ अपने परिवार में उन्हीं लोगों को ज्यादा भाव दे उन्हीं लोगों का ज्यादा समर्थन करें जो लोग सब का भला चाहते हैं आप कभी भी ऐसे साथी को साथ ही मत बनाओ जो आपके दुश्मनों का बुरा करके आपका साथी बना हो क्योंकि जो किसी का भी बुरा कर सकता है वह आपका भी बुरा कर सकता है🙏🙌✍

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Read my thoughts on YourQuote app at https://www.yourquote.in/a-ankit-vashishth-95qv/quotes/jindgii-hai-bhut-hii-chottii-thoddaa-snvaar-ke-rkho-ho-mnjil-0zmy0

#yqbaba Yq गुड़िया 👩 ✍ घर परिवार में अपने आम जीवन में हमारी जिंदगी में जो हर रोज घटनाएं घटती हैं हमारे चारों तरफ जो व्यवहार जो आचरण हम देखते हैं वह वही व्यवहार चलता रहता है जो हमारे साथ लंबे समय से चल रहा है लेकिन कई बार कोई व्यक्ति हो सकता है कोई वस्तु हो सकती है कोई बात हो सकती हैं जिसको लेकर घर का हमारे आस-पास के वातावरण का माहौल बिगड़ जाता है, इसका कारण हम और हमारे पास रहने वाले लोग नहीं है हमारे अपने नहीं होते लेकिन जब वातावरण बिल्कुल विपरीत हो जाता है तो उसका परिणाम हमें और हमारे लोगों को ही भुगतना पड़ता है। यह जो शायरी लिखी है वह उसी संदर्भ में है हम सभी यह बात जानते हैं कि भगवान श्री राम अपने मां-बाप के अपने राज्य के अपने कुल के अपने भाइयों में अपने चाहने वालों में अपने गुरुओं के सबसे प्रिय थे किंतु एक मंथरा के चलते मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को वनवास जाना पड़ा कारण कुछ नहीं था कारण केवल यह था कि मंत्रा की नियति है, कि वह इधर की बात उधर और उधर की बात उधर करें यह उसके व्यवहार में हैं जो उसके अंदर समाहित हैं यहां आपको देखना है कि आपके पास मंत्रा जैसे व्यवहार वाले व्यक्ति मंडराई ना रहे ना क्योंकि ऐसे लोग जब भी आप के संपर्क में आएंगे वह आपका साथ देंगे वह आपके साथ रहेंगे आप के अपनों को पहचानेंगे आपके अपनों को समर्थन देंगे लेकिन जब भी वक्त आएगा जब उनको मौका मिलेगा तो वह अपने उसी व्यवहार के चलते अपने उसी विचार के चलते किसी भी संयंत्र में आपको पास देंगे जिसका परिणाम आपके और आपके प्रियो के लिए बहुत ही भयानक होगा, निष्कर्ष में केवल एक ही बात करना चाहता हूं अपने आसपास अपने साथ अपने परिवार में उन्हीं लोगों को ज्यादा भाव दे उन्हीं लोगों का ज्यादा समर्थन करें जो लोग सब का भला चाहते हैं आप कभी भी ऐसे साथी को साथ ही मत बनाओ जो आपके दुश्मनों का बुरा करके आपका साथी बना हो क्योंकि जो किसी का भी बुरा कर सकता है वह आपका भी बुरा कर सकता है🙏🙌✍ ✍✍ Read my thoughts on YourQuote app at https://www.yourquote.in/a-ankit-vashishth-95qv/quotes/jindgii-hai-bhut-hii-chottii-thoddaa-snvaar-ke-rkho-ho-mnjil-0zmy0

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