ज़िंदगी का ये कैसा सिला है। मोहब्बत में सुकून किसे मिला हैं। रोते है सभी दिल टूटने पर यारों। यहां हर किसी को मोहब्बत से गिला है। ©Khushi Amar goap #holdinghands