टूटा इस कदर दिल हमारा लहरो की आगोश में खो गए मिला ना इस बेमुरव्वत जहां में कोई अपना बादलों को बना ओढ़नी नीले आसमान तले बेफिक्री की नींद में सो गए सागर की लहर