सुनो, तुमने पूछा था ना, प्रेम वो था जो मैं तुमसे पा ना सकी । प्रेम वहीं था हमने जो सिर्फ तुमसे किया मीर जैसा विष प्याला हमने भी पिया राधा भी रही थी कृष्ण बिन अधूरी सदा एक हम थे जिसने सिर्फ तुम्हीं को जिया प्रेम वहीं था जो तुम्हे दिखा ही नहीं साथ हम थे, पर मंजिल और कोई खुद के भी नहीं थे, तुम्हारे हो गए थे इक तुमने कभी अपना समझा ही नहीं प्रेम वहीं था, तुम बिन होली ना खेली थी घर जाते जाते गलियां सारी टटोली थी इक तुम थी जो अटारी तक भी ना आई इक हम थे जिसने हदे सारी तोड़ी थी हां प्रेम किया था, जो तुम पा ना सकी जाने क्यों हमारे रिश्ते की अवधि घटी प्रेम एहसास ही है समझने का दूजे को जो अपना था उसे तुम अपना ना सकी ©गंगवार रामवीर 🎙️9456324383 #NojotoQuote #ramveergangwar #holi