आयेगी ये रात और फ़िर दिन जान जब तलक है! न जाने मेरे दिल में ये अरमान कब तलक है! मैने चाहा लोग भी ज़रा सा एक जैसा हो, मगर तुम अलग हो,मैं अलग हूं ,यहाँ हर इंसान अलग है!! ©Saurav Das #तुम्#अलग्#हो #मै#अलग्#हूं #यहाँ#हर्_इन्सान #अलग्_है #Twowords