हम बेगाने हुए हैं अपनों से इस कदर, सब कहीं हैं कहर हर किसी में ज़हर, तोड़ा है जमाने ने जब से मेरा दिल, भटकता हूं मैं हर डगर हर नगर।। #Rao Suman Zaniyan Mp Rajpurohit