मैं इन्सान हूं दिल से इन्सानी दिल की क्या बात लिखुं। किसी इन्सान ने जो कहा नहीं मैं कलम से वो किताब लिखुं। कर्म से हो पहचान मेरी मैं धर्म से इन्सान ही अपना नाम लिखुं। गीता से सब ग्यान मिला मैं भीतर में श्री राम लिखुं। कुरान से सब कमाल मिला मैं ऐसा कोई कलाम लिखुं। खुदा भी करें कबूल जीसे मैं दुआ में वो सलाम लिखुं। रब के अंदर अनेक दिखें मैं उनके नेक पैगाम लिखुं। सब के अंदर वो एक दिखें मैं अपना वो मुकाम लिखुं। खुदा भी याद रखेंगा मुझे मैं सच को ही अपना जवाब लिखुं रब भी देगा मिसाल मेरी मैं जो सांसों का सही हिसाब लिखुं बेजुबान इन्सानीयत सीखा रहे बोलनेवालो की क्या बात लिखुं। जानवर से भी सीखे इन्सानीयत उसी को सच्चा इंसान लिखुं। मैं इन्सान हूं दिल से इन्सानीयत की ही बात लिखुं। किसी इन्सान ने जो कहा नहीं मैं कलम से वो किताब लिखुं। #life #insaan #quotes