दिल के तूफानों को दिल में ही दबा देते हैं हर बड़े दर्द को भी ज़र्रे में ही समा देते हैं। आती तो होगी मेरे हाल-ए-दिल पे हंसी हम यूँ ही तुम्हे सोचकर मुस्करा देते हैं। मुझसे न पूछ अब क्या होगा तेरा 'गणेश' ग़म-ए-ज़िन्दगी रोज़ आँसूओं में बहा देते हैं। अंजाम-ए-मोहब्बत हमको मालूम है फ़िर भी ए ज़िंदगी आस लगाये बैठे हैं। गर इश्क़ गुनाह है तो गुनेहगार हूँ मैं शायद ईश्वर इसी गुनाह की सज़ा देते हैं। Just a congregation of random #thoughts on #yourquotes #yqbaba #दिलकेअहसास #collab #collabwithme