रहने की बारी है मेरे साथ रहोना तुम गर आवारा हूं मैं बदचलन बनोना तुम फांका कशी मार जमीन पर सो जाएंगे इश्क में पूछे तो ये घर पर कहोना तुम दर्द और दवाएं खाएंगे हम जमाने की हुनर अब तस्वीर बदलने की रखोना तुम हमने बढ़ा दर्द पा रखा है इन दीवारों में जरा घर इश्क का बनाने मे चलोना तुम कुछ रंज है तो उसे मलने की तरकीब मे हाथ रखो हाथ में साथ मेरे रहोना तुम रहने की बारी है मेरे साथ रहोना तुम गर आवारा हूं मैं बदचलन बनोना तुम Rampal Udaipur