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आज फिर मैं गया था उसी झील के किनारे जहाँ बैठ कर तु

आज फिर मैं गया था उसी झील के किनारे
जहाँ बैठ कर तुम डूबते सूरज को देखती थी
और मैं डूबा रहता था तुम्हारी झील सी आँखों में
उन आँखों के कौतूहल में तैरती सूरज की लाली
मदहोश सी कर देती थी मुझे
गंवारा नहीं था तुम्हारा पलकें झपकना भी
के वो खलल डालती थी बेवजह
जब डूब चुका होता था सूरज
अपना तमाम हुस्न बटोर कर
दूर कहीं पहाड़ो के पीछे
अपने पीछे बिखेर कर सारा हुस्न तुम्हारे चेहरे पर
तभी जो आती थी वो परछाईं तैरती हुई तुम्हारी आँखों में
वो हल्की सी लहर उदासी भरे बादल के
शायद तुम्हें अच्छा नहीं लगता था
वो बिछड़ना सूरज का फ़िज़ा से

           (पूरी कविता कैप्शन में पढ़ें) आज फिर मैं गया था उसी झील के किनारे
जहाँ बैठ कर तुम डूबते सूरज को देखती थी
और मैं डूबा रहता था तुम्हारी झील सी आँखों में
उन आँखों के कौतूहल में तैरती सूरज की लाली
मदहोश सी कर देती थी मुझे
गंवारा नहीं था तुम्हारा पलकें झपकना भी
के वो खलल डालती थी बेवजह
जब डूब चुका होता था सूरज
आज फिर मैं गया था उसी झील के किनारे
जहाँ बैठ कर तुम डूबते सूरज को देखती थी
और मैं डूबा रहता था तुम्हारी झील सी आँखों में
उन आँखों के कौतूहल में तैरती सूरज की लाली
मदहोश सी कर देती थी मुझे
गंवारा नहीं था तुम्हारा पलकें झपकना भी
के वो खलल डालती थी बेवजह
जब डूब चुका होता था सूरज
अपना तमाम हुस्न बटोर कर
दूर कहीं पहाड़ो के पीछे
अपने पीछे बिखेर कर सारा हुस्न तुम्हारे चेहरे पर
तभी जो आती थी वो परछाईं तैरती हुई तुम्हारी आँखों में
वो हल्की सी लहर उदासी भरे बादल के
शायद तुम्हें अच्छा नहीं लगता था
वो बिछड़ना सूरज का फ़िज़ा से

           (पूरी कविता कैप्शन में पढ़ें) आज फिर मैं गया था उसी झील के किनारे
जहाँ बैठ कर तुम डूबते सूरज को देखती थी
और मैं डूबा रहता था तुम्हारी झील सी आँखों में
उन आँखों के कौतूहल में तैरती सूरज की लाली
मदहोश सी कर देती थी मुझे
गंवारा नहीं था तुम्हारा पलकें झपकना भी
के वो खलल डालती थी बेवजह
जब डूब चुका होता था सूरज
nojotouser9836785518

तेजस

New Creator

आज फिर मैं गया था उसी झील के किनारे जहाँ बैठ कर तुम डूबते सूरज को देखती थी और मैं डूबा रहता था तुम्हारी झील सी आँखों में उन आँखों के कौतूहल में तैरती सूरज की लाली मदहोश सी कर देती थी मुझे गंवारा नहीं था तुम्हारा पलकें झपकना भी के वो खलल डालती थी बेवजह जब डूब चुका होता था सूरज