उम्मीदों की भीड़ में सारे वायदे भूला कर, जो कभी नहीं कहा है वो इरादे याद रखना, जो थक कर चले गए.. क्यूं ऐसे ऐतवार रखना, मुश्किलों से जो मिले थे उन सबको संभाल रखना, जीने की ज़िद्द के सिलसिले... हार कर भी सपने सजा रखना! जड़ से लगी डाली तब तक उम्मीद नहीं छोड़ती है, जब तक उसके सारे पत्ते पीले न पड़ जाते और तना सूख नहीं जाता है, हवा नहीं ठहर जाती, सूर्य दिशा नहीं बदल देता... प्रयत्न करते रहना है 🤗 Shree #a_journey_of_thoughts