अमावस्या की रात और उसका साथ कभी नहीं भूल सकता हूँ। उसकी धुँधली सी याद ही सही आज भी अपने साथ रखता हूँ। अमावस्या की रात और मन के अँधेरे को दूर किया करती थी। अपनी एक मुस्कान से क़ायनात में सितारें बिखेरा करती थी। ©Dinesh Kumar #amavasya #रात #nojotohindi