इज़हार मैं कोरा काग़ज़ हूँ, तुम मोहब्बत उसपर लिख दो ना मेरी हर गज़ल मे तुम शृंगार रस भर दो ना! मैं बेसुरा राग हूँ, कहीं अनकही धुन हूँ, तुम सरगम की तान सुरीली छेड़ो ना, मैं कोरा काग़ज़ हूँ, तुम मोहब्बत उसपर लिख दो ना! बजे नहीं अबतक मैं वो बिन घुँघरू के पायल हूँ, थाप ढोलक पे लगाकर, तुम नृत्य नया रचाओ ना मैं बन जाऊ लफ़्ज तुम गीत नया सुनाओ ना मोहब्बत की नयी नज़्म बनकर मेरी किताब सजाओ ना मैं तुम्हारी कविता तुम प्यार का संगीत बन जाओ ना, मैं कोरा काग़ज़ हूँ, तुम मोहब्बत उसपर लिख दो ना ©Madhubala Jain Rathod #dilkibaat #ijahar #Nojoto #nojotohindi #latest #IshqUnlimited #Velentine #Trending #Madhujain