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मैंने खुद को ही खुद से टूटते हुए देखा हैं वक्त खर

मैंने खुद को ही खुद से  टूटते हुए देखा हैं
वक्त खराब हो
 तो सबसे पहले अपनो को ही 
मुह मोड़ते हुए  देखा हैं
वो कहते हैं कोई कितना भी अपना हो सबसे पहले अपना देखता

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  #Parchhai