अब से हम बात नही करेंगे तुम दूरियां रखना हम उसे कायम रखेंगे।। रोज रोज की ये जुठ बोलकर कहि ओर जाना, अब करो मर्जी.. हम भी अपने अंदाज से जिया करेंगे।। आज़ाद हम खुद को करते है, बधंन की ये पायल हम न अब पहना करेंगे बिंदी भी माथे पर अब अभिमान की लगाया करेंगे।। तुम बस अपनी खैरियत रखना क्योकि अब पूछने वाले हम न मिला करेंगे, हम अपने खुद के मालिक अब तुम्हारी न सुना करेंगे।। -Jaya Acharya . . ©Jaya acharya #poem #Nojoto #हिन्दी #candle