जनहित की रामायण - 81 हज़ारों करोड़ के डूबते कर्ज़ पर कार्यवाही में करते देरी ! 31 पैसे बकाया पे ज़मीन अदेयता पत्र में आनाकानी !! सबसे बड़ी बैंक एसबीआई का किसान से ऐसा व्यवहार ! हजारों करोड़ डकार,उद्यमी जा पहुंचे सात समंदर पार !! नियम है 50 पैसे या अधिक को एक रुपया माना जाय ! 50 पैसे से कम को राउन्ड ऑफ करके भुला दिया जाय !! गुजरात उच्च न्यायालय में दो वर्ष बाद हुई सुनवाई ! 31 पैसे छोड़ने के साथ बैंक को फटकार लगायी !! रेस्टोरेंट ने 60 पैसे राउन्ड ऑफ कर बिल एक रुपया ! ग्राहक मामले को ग्राहक अदालत तक खींच लाया !! यहां अदालत ने ग्राहक पर 4000 रुपये लगाया हर्जाना ! तर्क दिया कि अदालत का बेवजह समय जाया करना !! एक ओर बैंक 31 पैसे के लिये खाती है सिर्फ़ फटकार ! दूसरी ओर फटकार के साथ जुर्माना चार हजार !! एक ओर लाखों करोड़ कर्जो की कॉर्पोरेट्स को माफ़ी ! दूसरी ओर किसानों के साथ 31 पैसे के लिये नाइंसाफी !! जब नियम राउन्डऑफ का तो दाखिल ही क्यूँ मामला ! इन्हीं वजहों से न्याय देरी का करना पड़ता है सामना !! हे राम... - आवेश हिंदुस्तानी 29.6.2022 ©Ashok Mangal #AaveshVaani #JanhitKiRamayan #JanMannKiBaat #justice