अता हुयी थी एक जिंदगी मेरे नाम से भी कागजों पर ही रही बस कभी मयस्सर न हुयी क़िस्त में साँसें मिल जाती हैं कुछ ....हर रोज़ तिनका तिनका ही जिया एक-मुश्त मुकम्मल न हुयी जिया हो जैसे कोई और मेरे नाम से भी गुनाह उसके लिए फिरता हूँ पल पल मैं कोई.... #nojoto #जिंदगी #मयस्सर #गुनाह