ख़त्म हो चली है आहिस्ता आहिस्ता इस जगह की तस्वीर, बिछड़ जाऊंगा कुछ पलों में, दे जा कुछ तो साथ रहने की तावीज़ । मुक़म्मल है की जोड़ चुका हूँ तुझको दिल की गलिओं में, रफ्ता रफ्ता पहचान चुका हूं अल्फ़ाज़ तेरी गलियों में, दे जा कुछ तो साथ रहने की तावीज़, ख़त्म हो चली है आहिस्ता आहिस्ता..... इस जगह की तस्वीर.…. दे जा कुछ तो साथ रहने की तावीज़ — % & ♥️ Challenge-826 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।