क्या चाहूं रब से तुम्हें पाने के बाद,,, किसका करूं इंतजार तेरे आने के बाद,,, क्या मोहब्बत में जान लुटा देते हैं,, लोग मैंने भी यह जाना इश्क करने के बाद,, शुभेच्छु:- करण धांधल ©karnaram dhandhal प्यार ही प्यार