मेरे खबाबों में रोज आते हो , क्या कभी तुम भी मुझे अपना खबाब बनाते हो .......... सामने पड़ जाते हो तो ह्ल्का सा मुस्कुरा देते हो , क्या कभी मुझे याद कर अकेले में भी मुस्कराते हो ...... कुछ स्वालों के सही जबाबों पर टिकी होती किसी की ज़िंदगी , देखना यह होता है कितनी ईमानदारी से आप जवाब दे पाते हो ........ Khbab