"मै वो हूँ" मै वो रंग हूं जो तुम पर एक बार चढ़ गया, तो चाहकर भी तुम उतार ना पाओगे 😍।। मै वो पत्ता हूं, जो खुद अपना पता ढूंढ़ लेता है, तुम पर एक बार जो आ गिरा तो, मुझको तुम खुद से दूर ना कर पाओगे।। मै वो द्रव्य हूं जो तुझ पर छलक गया तो, तो तू ऐसा भिगेगी की खुद को सुखा ना पाओगे😍।। मै वो नज़्म हूं जो तेरे ही नाम का है, पढ़ना ना भी चाहो तो भी बिना पढ़े रह कहाँ पाओगे😊😊।। मै वो ही पल हूं , जिस पल में तू खुल कर जीती है, मेरे संग तू जीना ना भी चाहे तो भी बिना मेरे रह कहाँ पाओगे।। "मै वो हूं" मै वो रंग हूं जो तुम पर एक बार चढ़ गया, तो चाहकर भी तुम उतार ना पाओगे 😍।। मै वो पत्ता हूं, जो खुद अपना पता ढूंढ़ लेता है, तुम पर एक बार जो आ गिरा तो, मुझको तुम खुद से दूर ना कर पाओगे।।