शिष्टाचार मानवता के प्राथमिक एवं आवश्यक गुणों में से एक है। इससे न केवल सामाजिक सुव्यवस्था स्थिर रहती है, बल्कि शिष्ट व्यक्ति दूसरों का स्नेह, सदभाव एवं सहयोग पाकर जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति करता चलता है। मूलतः शिष्टता एक आध्यात्मिक गुण है , तो वहीँ औपचारिकता, उदारता, सेवा,क्षमा तथा सहिष्णुता दिव्य गुण शिष्टाचार....