काश उनकी सारी ख्वाहिशें मक़बूल हो जाये, बाख़ुदा मुझसे भूल करके कोई भूल हो जाये, मेरी सूरत नहीं देखना चाहते हो तुम मत देखना, बस मेरे दुश्मनों की बद्-दुवायें क़ुबूल हो जाये। .... कविराज@ #sadpoetry #poetry #shayri #muktak #gazals #poems #happypoetry