सूरत ए हूर का दीदार कर नशा ए शबाब कर गए सुरूर इश्क का ऐसा उतरा आदि ए शराब कर गए मयखानों में बैठ आशिक इबादत इश्क़ की कर गए गवाही मयखाना भी दे टूटे दिल आँखे यहाँ नम कर गए शबाब का इलाज देखते अब शराब में दिल ये देता दुहाई, क्यों उलझे हुस्न ए मेहताब में यादो में ढूंढते जिन्हें वो अलविदा अब कह गए आँखों की दिखा मस्तिया फिदा थे हमें कर गए लिखने लगे जो कतरा कतरा तेरी याद में जर्रा जर्रा सिसक उठा दिल ए फरियाद में ख्यालो में आये तुम दिल को बेचैन कर गए उठायी कलम लिखा तुम्हे ओर शायर हम बन गए मयखाने का जाम #nojoto #poetry #missingsomeone #brokenheart