• मन • मन में भी आंगन होता है, उस आंगन में तुलसी होती है| तुलसी में पल्लव लगते हैं, पल्लव से शीतल छाया होती है| एक विचार लोटे से, लुढ़क लुढ़क कर जाता है| घर का आंगन लोगों से, मन का आंगन ख्वाबों से भरता है| ©Saurav #achievement no hagtag