कुछ कहूं तो क्या कहूं में तुझे तू अगर सुने तो सलाहकार हूं में तुझे दिखाऊ तो क्या दिखाऊं में तू अगर समझे तो कलाकार हूं में तुझे सुनाऊं तो क्या सुनाऊं में तू अगर गुनगुनाए तो संगीतकार हूं में तुझे बताऊं तो क्या बताऊं में तू अगर गाए तो गीतकार हूं में तेरी जो मर्जी मुझे आजमाए तू तेरे अल्फ़ाज़ का तलबगार हूं में तेरी अदाओं को ना देखू तो तेरी हर अदा का गुनहगार हूं में तेरे इस्क की तो तड़प बहुत है तू अगर प्यार करे तो दिलदार हूं में तू बहती हुई नदी तेरा मन एक नौका है दो किनारों के बीच मझधार हूं में RJ Gumnam Ravi Jha #labj Teri chahat me