सपने तभी पूरे होंगे जब नींद अधूरी होगी रात में चांद के साथ जागना और सुबह में सूर्य को जगाना ये काम अब हर रोज़ होगी तब जाकर मंजिल हमारे पास होगी रात भर कोरे कागज के साथ नीली स्याही की बात होगी कभी इतिहास तो कभी भूगोल के साथ प्यार भरी मुलाक़ात होगी तब जाकर मंजिल हमारे पास होगी किसी ने सच ही कहा है सूर्य की तरह चमकना है तो सूर्य के तरह तपना सीखो दिल में जुनून अब मेहनत खूब होगी तब जाकर मंजिल हमारे पास होगी **** कभी आइने से पूछा है हम कैसे दिखते हैं यकीन मानो आइने में हक़ीक़त और ख़ुद का वजूद आसानी से दिख जाएगा ......✍️✍️✍️