फलसफा जिंदगी का
फलसफा जिंदगी का, क्या तुम्हें, सुनाए हम
हाल ए दिल, अब क्या क्या, तुम्हें बतायें हम
ना होश है, ना खबर है, अब खुद की मुझे
ख्वाहिशों को दिल में क्या कह के सुलाएँ हम
हर आरज़ू, मेरी, क्यूँ, तुझसे ही, जुड़ गया है
तेरी जुस्तजू का ख्याल दिल कैसे भुलाएँ हम #लव