डूबा रहूँ कब तक उसकी यादो में । इक रोज तो निकलना ही होगा। नही रहा अब वो मेरा । ये तो अब मुझे समझना ही होगा । माना जो टूटा है वो सिर्फ मेरा दिल ही है । पर अब मुझे खुद को खुद से तो समेटना ही होगा । #dooba raho kab tak yaadon ma