मै तो बस अपने के सपने को पूरा करने की ज़िद में पढ़ रहा हूं अपनी आंखो से बस नींद से ही लड़ रहा हूं पर कोई मेरे सपने के लिए दुनिया से लड़ रहा है वो माटी से जूझ कर सोना उगा रहा है तपती धूप में खुद को जला रहा है