ये सियासतग़र आज भी अपनी आलीशान कोठियों में आजा़दी का जश्न हर रोज़ मनाते हैं ।। दूसरी तरफ वो ग़रीब किसान जो अपना ऋण अपनी जान देकर हर रोज़ चुकाते हैं।। ये दोनो ही तसवीरें हमारे आपके वर्तमान के हिन्दुस्तान की है।। क्यों नहीं कोई कीमत सरहद पर शहीद हुए उस जवान की है।। आज महामारी और बाड़ में बरबाद हुए लोगों की लाखों में तादाद है।। 1857 से आज तक आजा़दी की लडा़ई लड़ रहा मेरा हिन्दुस्तान मुझे आज भी याद है ।। -whoसिddhantसिngh?? शहीद-ए-आज़म 🖋🔥 #bhagatsingh