बस करो , जामिया वालों बस करो मत बदनाम करो,नाम तुम इंकलाब का रगों में बह रहा है खून तुम्हारे जिहाद का आजादी के मायने, मत सिखाओ हमें तुम अंजाम का तुम्हारे, आगाज़ करेंगे हम मत समझो, मौन हैं तो कुछ भी करोगे तुम ये गलतफहमी, भी तुम्हारी, दूर कर देंगे हम दिखाओ मत तालीम, हमें अपने जिहाद की हम भी नहीं भूले हैं, कहानी राष्ट्रवाद की कहो आकाओं से अपने, बनोगे ढाल कब तक तुम तशरीफ़ को तुम्हारी भी , कर देंगे लाल हम उछलते हो इशारों पर जिनके, नंबर उनका भी आएगा उनका भी नया कच्छा, नया कुछ रंग लाएगा उकसाओ मत हमको,हम तूफान हैं ग़ालिब जल्लाद भी होगा क्या, 'सिंह' हैं उससे बड़े ज़ालिम ____©® गणेश 'सिंह' जादौन बस करो , #जामिया वालों बस करो मत बदनाम करो,नाम तुम इंकलाब का रगों में बह रहा है खून तुम्हारे जिहाद का आजादी के मायने, मत सिखाओ हमें तुम अंजाम का तुम्हारे, आगाज़ करेंगे हम