#FourLinePoetry खामोशी छायी है मगर, अब वक्त का इंतजार है! खामोशी इश्क़ का नहीं साहब, कंधे पर जिम्मेदारीया हजार है!! ©Saurav Das #खामोशी #ज़िम्मेदारियाँ #fourlinepoetry