समंदर की लहरों सी सावन की हवाओं सी लहराती भटकाती तेरी जुल्फे इन फिजाओं सी मेहकाती कस्तूरी सी बलखाती नागिन सी गुनगुनाती मुस्कुराती तेरी जुल्फे जैसे सावन की घाटाओं सी ©iRahulDayal 2.0 #Nojoto #nojotohindi #nojotoenglish