हम तो महफ़िल की ख़ामोशीयो में भी जिया है । खुशियों की लहर में भी अपनो को खोया है । दुख की झाड़ियों में खुशियों की चुभन झेली है । उस दौर से इस दौर में अपनी जवानी देखी है । गुजरते हुए वक़्त के साथ गुजरने वालो की महफ़िल देखी है । साहेब , वक़्त बड़ी कमब्खत चीज है । दगा और वफा , इंसान के पाबंदी में टटोलती है ।। #सुप्रभात_वाली_गुड़मार्निग सभी को। #जिन्दगी का बडा वो खूबसूरत दौर था । मेरे दिल में भी तेरे दिल सा ही शोर था । देख रहे थे नैन दोनों के हसीं सपने । मान बैठे थे एक दुसरे को हम