रूठे वक़्त को भी हँसाना जानती हो... खुद के गम को भी छिपाना जानती हो... कभी बाबू राव तो कभी मुन्ना भाई की एक्टिंग करती हो... आप खुशियां बांटने के लिए जो भी करती हो कमाल करती हो... रूठे वक़्त को भी हँसाना जानती हो... खुद के गम को भी छिपाना जानती हो... कभी बाबू राव तो कभी मुन्ना भाई की एक्टिंग करती हो... आप खुशियां बांटने के लिए जो भी करती हो कमाल करती हो...