ज़माने को हम बहाने देते रहे, वो मेरे इश्क़ में होने की निशानी देते रहे । छुपाया तो बहुत था, पर मुझसे पहले ये लोग समझने लगे, हम तो खुदको बेगाने मानते थे, और,सारा आलम हमें दीवानी-मस्तानी कहने लगे ।। Gambheer ishq mein ho janab....😂 Gawah-e-ishq(2)