हे मोहन ! तेरे जीवन की धरा में बह रही एक धारा है जो बहते - बहते अपना वजूद खो तेरी ' राधा ' कहलायी .... # प्रेम प्रेम : राधे - राधे Happy janmashthmi ..... # श्री - कृष्ण प्रिय प्यारे तिहारे निहारे बिना अंखियॉ दुखियां नही मानती हैं ।