मुझे हस्सीआती है जब कुरीतियों पर एक पिता की गाढ़ी कमाई खाली हो जाती है दहेज़ रूपी पूतना आज फिर से जीवित हो जाती है पिता के आत्मसम्मान के खातिर हर अपमान सेह जाती है जब हर गम को छुपाकर एक लड़की आदर्श नारी बन जाती है मुझे हंसी आती है जब हमारा समाज ये देख कर चुप रहता है हर सामने वाले को दहेज़ बुरा है मत लेना कहता है और पीठ पीछे खुद बिछू बन डंक मार जाता है हमारा समाज हँसता है मुस्कुराता है मुझे हंसी आती है जब ये कुछ न कहता है ... न छुपाता है दहेज़ बुरा है , बुरा है कह कर बस मगरमछ वाले आंसू बहता है #hansi #Nojoto #Nojotohindi #love #family# kavishala #kalakaksh कुरीतियों पर एक पिता की गाढ़ी कमाई खाली हो जाती है दहेज़ रूपी पूतना आज फिर से जीवित हो जाती है पिता के आत्मसम्मान के खातिर हर अपमान सेह जाती है जब हर गम को छुपाकर एक लड़की आदर्श नारी बन जाती है