पढ़ रहा हूँ इश्क़ की किताब , गर बन गया वकील तो दगाबाज़ की खैर नहीं। ©arun mourya1c पढ़ रहा हूँ इश्क़ की किताब , गर बन गया वकील तो दगाबाज़ की खैर नहीं।