कई गीत कई ग़ज़लें तुम्हारे बाद लिखे है, एक तुम मिल गई फिर सारे अच्छे हैं, यूँ तो नदी का तीर भी मिल जाता है सागर में, जब से तुम मिले हो तब से हर घाव अच्छे है।। मेरी कलम से✍️ #Wishu