शायद ये वक्त ही मोहब्बत के मुफीद नहीं है हम शामिल न हुए तेरे जश्न ए बहार में तूमने समझ लिया हम तुम्हारे मुरीद नहीं हैं मुफीद-लाभकारी,मुरीद-follower आयुष कुमार गौतम शायद ये वक्त ही..........