जिसे ख़्वाबों की तरह था देखा और ख़्वाहिश की तरह था पाला वो छोड़ गया जिस पल तब उन लफ़्ज़ों को पहचाना जिन लफ़्ज़ों के पहले ही जब हर्फ़ अधूरे थे तो कब भला ये मुमकिन पूरे होने थे ।। अर्श #life #love #dreams #conflicts