ए इंसा तू भटक गया है। खुद को आज संभाल। अंधविश्वास एक वॉयरस है। ना इस को दिल में पाल। ये वायरस है खतरनाक, दे इसको दिल से निकाल। अगर अभी नहीं संभला जो तू। ये बनेगा तेरा काल। चाहता है जो तू अपनी , नसल को बचाना। अंधविश्वास का तू , कर दे खतम फसाना। काल के इस बालक को , ना अपने हाथो में पाल। ए इंसा तू भटक गया है। खुद को आज संभाल। ताहिर।।। ©TAHIR CHAUHAN #अंधविश्वास