शीर्षक:- त्यौहारों का संगम देखो, कितना प्यारा मंजर है, त्योहारों का यहाॅं संगम है। सावन संग कई पर्व आए है, खुशियों की सौगात लाए है। स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन, फिर जन्माष्टमी आई है। मन में नई उमंग छाई है, गर्मी की अब बिदाई है। उल्लास और खुशियों के संग, सभी त्योहार मनाना है। देशभक्ति की भावना को, हर दिल में बसाना है। इन त्यौहारों के दिनों में, सबमे प्यार बढ़ाना है। इन पर्वों की रोशनी से, जीवन को संवारना है। ©Aakansha shukla #Sawankamahina कविता