"बस ज़रा होंसला चाहिए" बस ज़रा होंसला चाहिए जो मन में ठाना है... उसे क्रिया रूप देने का 'साहस' चाहिए बढ़ चला तू अगर... रास्ते पर एकटक 'निगाह' चाहिए आयेंगे राह में रोड़े बहुत... पैर से दूर फेंकने की 'हिम्मत' चाहिए अंधेरी रातों में 'लक्ष्य' भेदने को... दूर क्षितिज पर 'नज़र' चाहिए जो चाहा है तूने ... उस पर 'अडिग विश्वास' चाहिए तू अपने भाग्य का.. स्वयं 'निर्माता' है.. यह 'संकल्प' चाहिए.... बस ज़रा होंसला चाहिए...! सुप्रभात। कुछ नामुमकिन नहीं बस ज़रा हौसला चाहिए। #हौसलाचाहिए #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi